आपने अक्सर स्किन केयर रूटीन मे फ़ेस टोनर का नाम सुना होगा, जो कि स्किन केयर का दूसरा स्टेप है | लेकिन हम कभी कभी गलती से टोनर कि जगह फेशियल मिस्ट खरीद लेते हैं और उसे रोज इस्तेमाल करते हैं लेकिन हमें वो फायदा नहीं मिलता जो टोनर से मिलता है, क्यूंकी दोनों अलग अलग चीज़ें है और अलग अलग काम करता है | आखिर फ़ेस टोनर और फेशियल मिस्ट मे क्या अंतर है ? ये इस पोस्ट मे आपको पता चलेगा ताकि जब आप अपनी स्किन केयर के प्रोडक्टस का चुनाव करें तो आपसे कोई गलती ना हो |

फ़ेस टोनर क्या होता है ?
फ़ेस टोनर एक तरह का liquid है जो कि पानी कि तरह ही पतला और ट्रांस्परेंट होता है लेकिन कई रंगों मे दिखाई देता है | टोनर जिस मुख्य इंग्रेडिएंट से बनाया गया है जैसे विटामिन सी, रोज़, ग्रीन टी इत्यादि तो रंग भी इन इंग्रेडिएंट्स के अनुसार होते हैं | ये ज़्यादातर पोरिंग बॉटल मे आते हैं जिसे कॉटन मे लेकर चेहरे पर लगाना होता है | आज कल नए revolution के तहत फ़ेस टोनर भी स्प्रे बॉटल मे मिलने लगे हैं और इसी कारण से टोनर और फेशियल मिस्ट कि पहचान करने मे गड़बड़ होती है | फ़ेस टोनर हर स्किन टाइप के लिए अलग अलग आते हैं, जैसे कि – ऑइल कंट्रोल – ओइली त्वचा के लिए | एक्ने के लिए, ड्राइ त्वचा के लिए, पिंपल के लिए, बुझी हुई डल त्वचा के लिए, नॉर्मल त्वचा के लिए, इत्यादि |
फ़ेस टोनर क्या काम करता है ?
फ़ेस टोनर के नाम से ही उसका फायदा जाहीर है, ये चेहरे कि त्वचा को टोने करता है यानि कि त्वचा कि रंगत को समान करने मे मदद करता है | साथ ही त्वचा का जो पीएच होता है उसे फ़ेस टोनर बैलेन्स करने मे मदद करता है | जब हम फ़ेस वश या क्लिंज़र लगते हैं और पानी से चेहरा ढोते हैं तो पानी मे मौजूद impurity (अशुद्धता) हमारे त्वचा के रॉम छिद्रों मे बैठ जाते हैं | टोनर इस impurity को साफ करता है और साफ करने के बाद रॉम छिद्रों को शृंक या छोटा कर देता है ताकि घंटों तक चेहरे पर अतिरिक्त ऑइल ना आए या बाहर कि गंदगी रॉम छिद्रों मे ना जाए |
फ़ेस टोनर इस्तेमाल करने का सही तरीका –
जब से बाज़ार मे स्प्रे वाले फ़ेस टोनर आए हैं हम सब अपना समय बचाने के लिए टोनर को सिर्फ चेहरे पर स्प्रे करके छोड़ देते हैं और अपना समय बचा लेते हैं लेकिन, इससे टोनर सिर्फ pores को छोटा कर पाता है, ना कि अशुद्धता को साफ करेगा | इसलिए टोनर कि पककिंग चाहे कैसी भी हो पोरिंग बॉटल हो या स्प्रे बॉटल कॉटन के टुकड़े मे लेकर चेहरे पर हल्के हाथों से रगड़ते हुए फैलाना चाहिए ताकि टोनर चेहरे पर लग भी जाए और impurities को भी साफ कर दे | और अगर स्प्रे किया है तो स्प्रे करने के तुरंत बाद कॉटन को चेहरे पर फेर लें ताकि सफाई भी हो जाए |
फेशियल मिस्ट क्या होता है ?
ये भी पानी कि ही तरह पतला सा liquid होता है और टोनर के जैसे ही अलग अलग इङ्ग्रेडेंट और रंगो मे मिलता है लेकिन इसका काम और फायदा टोनर से अलग है | ये हमेशा स्प्रे वाले बॉटल मे आता है ताकि अपने नाम को सार्थक करे – “मिस्ट” | इनमे कुछ ऐसे खास इंग्रेडिएंट भी होते हैं जो कि त्वचा को नमी भी दे | ये भी हर स्किन टाइप के लिए अलग अलग मिलते हैं | कई फेशियल मिस्ट मे essential ऑइल या सीरम के कुछ हिस्से भी मिले होते हैं ताकि ये त्वचा को refreshment के साथ साथ hydration और treatment भी दे सके |
फेशियल मिस्ट के क्या फायदे हैं ?
फेशियल मिस्ट त्वचा को इंस्टेंट नमी देता है और पनि कि तरह पतला होने के कारण त्वचा मे तुरंत समा जाता है | त्वचा मे ताजगी भर देता है, थकी हुई कोशिकाओं को रिफ्रेश कर देता है | इसमे मौजूद इंग्रेडिएंट्स जैसे कि – ग्लीस्रिन, रोज़ वॉटर, essential ऑइल इत्यादि त्वचा को तुरंत ताजगी देते हैं | यानि कि अगर आप थक गए हैं और आपका काम खतम न हुआ हो तो फेशियल मिस्ट को चेहरे पर स्प्रे करके तुरंत रिफ्रेश हो सकते हैं |
फेशियल मिस्ट इस्तेमाल करने का तरीका –
इसे इस्तेमाल करना बेहद आसान है , फेशियल मिस्ट पहले से ही स्प्रे बॉटल मे होते हैं तो इन्हे सीधे चेहरे पर स्प्रे कर लिया जाता है | स्प्रे करने के लिए बॉटल को चेहरे से कम से कम 15 सेंटिमेटर कि दूरी पर रखना चाहिए और चेहरे के दायें बाएँ और बीच के हिस्से मे एक एक बार स्प्रे कर लेना चाहिए साथ ही गर्दन पर भी लगाना चाहिए | फेशियल मिस्ट को एक दिन मे कई बार लगा सकते हैं कहीं भी लगा सकते हैं | इसे लगाने का कोई नियम नहीं है, जब भी आपको रेफरेशमेंट चाहिए आप फेशियम मिस्ट चेहरे पर स्प्रे कर सकते हैं |
फ़ेस टोनर और फेशियल मिस्ट मे क्या अंतर है ?
आपने दोनों के फायदे तो देख लिए उसी से ही इनके बीच का अंतर भी निकल आता है लेकिन सबसे बड़ा अंतर तो यह है कि फ़ेस टोनर त्वचा कि impurities को साफ करता है लेकिन hydrate नहीं करता जबकि फेशियल मिस्ट hydrate भी करता है लेकिन त्वचा कि impurities को साफ नहीं करता, ये ना तो pores को शृंक करता है, और ना ही PH बैलेन्स करता है | वैसे ही फेशियल मिस्ट सफाई का काम करता है तो हम अगर इसे मेकअप या स्किन केयर करने के बाद लगाएंगे तो टोनर उसे साफ कर देगा या मिटा देगा | फ़ेस टोनर को हर रोज फ़ेस वॉश करने के बाद और सीरम या moisturiser से पहले लगाया जाता है | जबकि फेशियल मिस्ट को कभी भी लगा सकते हैं मेकअप के बाद भी, moisturiser के बाद भी | टोनर स्किन केयर रूटीन का एक स्टेप है लेकिन फेशियल मिस्ट किसी भी स्टेप का हिस्सा नहीं है |
Revolutionary –
पिछले कुछ सालों से 2 इन 1 प्रॉडक्ट बाज़ार मे आने लगे हैं यानि कि एक ही प्रॉडक्ट को हम कई तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं और ऐसा टोनर के साथ भी किया जाता है | कुछ ब्रण्ड्स टोनर और मिस्ट दोनों ही मिलाकर बना रहे हैं ताकि हमे अलग अलग प्रोडक्टस लेने कि जरूरत ना पड़े और साथ बजेट भी बना रहे | ऐसे प्रोडक्टस मे साफ लिखा होता है ” Facial Mist Toner” लेकिन अगर कोई बॉटल सिर्फ टोनर कि है चाहे वो पोरिंग हो या स्प्रे तो उसमे “फ़ेस टोनर” ही लिखा होगा, और अगर वो सिर्फ रेफरेशमेंट और hydration के लिए है तो उसे सिर्फ – “फेशियल मिस्ट ” लिखा होगा | तो जब भी आप अपनी स्किन केयर के लिए ख़रीदारी करने जाएँ तो या तो “फेशियल मिस्ट टोनर ” लें या फिर फ़ेस टोनर | लेकिन अपनी स्किन टाइप का ध्यान मे रखते हुए ही प्रॉडक्ट का चुनाव करें |
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