फ़ेस सीरम क्या होता है?
फ़ेस सीरम लाइट वेट स्किन केयर प्रॉडक्ट है जो कि High Concentrated होता है, जिसमे ढेर सारे एक्टिव इंग्रेडिएंट्स होते हैं जैसे कि – हयालूरोनिक एसिड, ग्ल्यकोलिक एसिड, विटामिन सी, रेटिनोल इत्यादि | moisturiser और फ़ेश्यल ऑइल कि तुलना मे बेहद हल्के अणु वाले होते हैं जिसके कारण ये त्वचा के कई सतह अंदर जाकर समा जाते हैं और अंदर के सेल्स (कोशिकाओं ) को रिपेर करते हैं उन्हे पोषण देते हैं | ये moisturiser और ऑइल कि तुलना मे बेहद असरकरक होते हैं क्यूंकी इनके इंग्रेडिएंट्स बेहद एक्टिव और ज्यादा concertrated होते हैं | हालांकि तीनों प्रोडक्टस का अपना अलग काम और अलग त्वचा पर अलग असर होता है |
फ़ेस सीरम किसे लगाना चाहिए ?
साधारणतः फ़ेस सीरम को परिपक्व (mature) स्किन पर लगाना चाहिए यानि कि जब आप अपना टीन एज (18+) पार कर चुके हैं, क्यूंकी उससे पहले त्वचा बेहद नरम और सेनसिटिव होती है और सीरम highly एक्टिव, आज से 10 साल पहले तक सीरम का इस्तेमाल सिर्फ एंटी एजिंग के लिए किया जाता था, जो कि 30 कि उम्र पार चुके लोगों के लिए होता था | पर बदलते समय के साथ सीरम के क्षेत्र मे भी कई आविष्कार हुए जैसे कि – विटामिन सी, hyaluronic एसिड, इत्यादि जो कि अलग अलग स्किन concern (त्वचा कि जरूरत) के लिए बनाया गया जैसे कि – रूखापन, बुझापन, कालापन, मुहासों के निशान, दाग धब्बे, फ़ाइन लाइंस इत्यादि इन सभी परेशानियों के लिए अलग अलग सीरम का आविष्कार हो चुका है और तेज़ दिनचर्या मे काफी कम उम्र मे ही त्वचा मे कई प्रकार के विकार आने लगे हैं जिसके लिए सीरम ही एक मात्र असरकरक है | इसलिए अब 18+ उम्र के लोग सीरम का इस्तेमाल कर सकते हैं |
सीरम लगाने कि शुरुआत कैसे करें ?
जैसे हम अपना स्किन केयर रोज करते हैं, रोज, चेहरा साफ करना, moisturiser या क्रीम लगाना वैसे ही सीरम भी रोज लगाया जाता है लेकिन यदि आप पहली बार सीरम लगा रहे हैं या कोई नया अलग इंग्रेडिएंट का सीरम इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको पहले हफ्ते इसे सिर्फ 2 बार ही लगाना है, यानि कि पूरे हफ्ते मे सिर्फ 2 बार, उसके बाद 2 से 4 और 4 से 6 दिन तक अपना रूटीन बढ़ाएँ | 1 महीने मे जब आप हर रोज सीरम का इस्तेमाल कर रहे हैं और आपकी त्वचा सीरम के हाइ एक्टिव इंग्रेडिएंट के लिए तैयार हो चुकी है तब आप इसे दिन मे 2 बार भी लगा सकते हैं |
सीरम कब और कैसे लगाना चाहिए ?
सीरम हमेशा साफ चेहरे पर लगाना चाहिए, चेहरे को फ़ेस क्लिंज़र से धोने के बाद टोनर लगाएँ और त्वचा को सूखने दें उसके बाद ड्राइ त्वचा पर सीरम कि 2-3 बुँदे लेकर पूरे चेहरे और गर्दन पर लगा लें | लेकिन हर सीरम के पैक पर उसे इस्तेमाल करने का तरीका लिखा होता है, कुछ सीरम गीली त्वचा पर लगए जाते हैं यानि कि टोनर के तुरंत बाद, कुछ सीरम को सिर्फ चेहरे और गर्दन पर फैलाना होता है, मालिश या मसाज नहीं करना होता | ये नियम सीरम मे मौजूद एक्टिव इंग्रेडिएंट्स के कारण बने होते हैं इसलिए हमेशा प्रॉडक्ट पैक मे लिखे user Direction को जरूर पढ़ें | सीरम का असर 10 से 15 दिनो मे दिखने लगता है लेकिन वो 10 से 15 दिन जब आपने इसे रोज दिन मे 2 बार लगाया हो | पहली बार सीरम लगाने के नियम जो कि इससे पहले के पैराग्राफ मे है उसमे ये 15 दिन नहीं गिनेंगे | सुबह का स्किन केयर और रात को सोने से पहले सीरम जरूर लगाएँ लेकिन साफ त्वचा पर, जैसा कि आपने बार बार पढ़ा होगा कि हाइ एक्टिव इंग्रेडिएंट होते हैं तो ये आपके त्वचा मे मौजूद गंदगी, सीबम, ऑइल इत्यादि के साथ React कर सकता है | और इसका उल्टा असर हो सकता है |
क्या दो अलग फ़ेस सीरम एक साथ लगा सकते हैं ?
जैसे सीरम के की – इंग्रेडिएंट होते हैं वैसे ही उनका असर भी होता है | उदाहरण के लिए रूखेपन के लिए हयालूरोनिक एसिड सीरम, बुझेपन के लिए विटामिन सी सीरम, मुहासों व एक्ने के लिए Niacinamide सीरम, एंटी एजिंग के लिए रेटिनोल इत्यादि लेकिन अगर मुझे एंटी एजिंग और रूखापन दोनों ही चीजों के लिए सीरम चाहिए तो क्या मुझे 2 अलग अलग सीरम इस्तेमाल करने होंगे और क्या इससे नुकसान हो सकता है ? दोनों ही सवालों का जवाब है हाँ, 2 फ़ायदों के लिए 2 अलग सीरम लगाने पड़ेंगे लेकिन हाइ एक्टिव इंग्रेडिएंट के कारण 2 अलग सीरम को मिलने से त्वचा को नुकसान भी हो सकते हैं, इसलिए 2 अलग सीरम इस्तेमाल करने से पहले कौन से सीरम मिला सकते हैं और कौन से नहीं इसकी जानकारी होना बेहद जरूरी है | इतना ही नहीं, moisturiser या फ़ेश्यल ऑइल मे जो इंग्रेडिएंट्स होते हैं सीरम उनके साथ भी react करता है इसलिए किस सीरम के बाद कौन से इंग्रेडिएंट वाले दूसरे स्किन केयर प्रॉडक्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ये भी जानना बेहद जरूरी है |
गलत प्रॉडक्ट या गलत कॉम्बिनेशन ?
अगर इंग्रेडिएंट्स को ध्यान मे ना रखा जाए तो त्वचा मे जलन, rashes जैसे परेशानी आ सकते हैं, त्वचा का tone बादल सकता है
| इसलिए हमेशा अपनी त्वचा के टाइप के अनुसार और त्वचा के विकारों के अनुसार ही हर प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करें | साथ ही एक जैसे इंग्रेडिएंट वाले जो हाइ एक्टिव या हाइ acidic हो ऐसे 2 प्रॉडक्ट एक साथ ना लगाएँ | उदाहरण के लिए विटामिन सी जो कि काफी कारक होता है और acidic होता है ऐसे मे विटामिन सी सीरम के बाद विटामिन सी वाला moisturiser ना लगाएँ | इससे आपको त्वचा मे जलन होने लगेगी | ऐसे ही रेटिनोल काफी ज्यादा कारक और असरदार होता है इसलिए 1 से ज्यादा रेटिनोल वाले प्रॉडक्ट एक साथ ना लगाएँ |
कौन से सीरम एक साथ नहीं मिला सकते ?
वैसे तो ये काफी बड़ा डिस्कशन है, लेकिन एक सबसे अहम सीरम के बारे मे इस पोस्ट मे जान लेते हैं | रेटिनोल या विटामिन ए सीरम जो कि एंटी एजिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है फ़ाइन लाइन को दूर करने के लिए लगाया जाता है, त्वचा कि कोया हुआ लचिलापन वापस लाने के लिए लगाया जाता है और ये सीरम एक सही उम्र के बाद ही लगाया जाता है क्यूंकी ये बाकी सीरम के तुलना मे बहुत अधिक असरदायक और काफी high concentrated होता है | इसलिए इसे लगाने बाद कुछ इंग्रेडिएंट्स नहीं इस्तेमाल करने चाहिए चाहे वो इंग्रेडिएंट सीरम मे हो या किसी दूसरे कस्किन केयर प्रॉडक्ट मे, वो इंग्रेडिएंट हैं – Glycolic एसिड, AHA, BHA, VitaminA, विटामिन सी, इत्यादि | ऐसा क्यूँ है और इसके अलावा और कौन से सीरम हैं या इंग्रेडिएंट्स हैं जिनहे एक साथ एक ही समय पर नहीं लगाया जा सकता इसके बारे मे अगली पोस्ट मे जानेंगे |
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